Snake Bite 2023 : सांप क्यों मरते हैं? डॉक्टर ने मुझे सच बताया।

Snake Bite : देश में हर साल हजारों लोग सांप के काटने से मरते हैं। इसे रोकने के लिए सरकार द्वारा समय-समय पर जागरूकता अभियान भी चलाए जाते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में सांप के काटने की घटनाएं अधिक होती हैं।
इस कड़ी में, एक जोड़े ने इसे रोकने के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया है। डॉ. सदानंद और उनकी पत्नी पल्लवी राउत सांप के जहर को हटाने में माहिर हैं। महाराष्ट्र के नारायणगाँव में इन दोनों की भगवान के रूप में पूजा की जाती है। उन्होंने मिलकर 6,000 से अधिक लोगों की जान बचाई है। उन्हें भी सांप ने काट लिया था। तब से, वह लोगों की जान बचाने के लिए समर्पित रहे हैं। आइए देखें कि वे जीवन कैसे बचाते हैं।
1992 में सामान्य चिकित्सा में स्नातक Snake Bite
पुणे के उम्बराज गाँव में जन्मे डॉ. सदानंद राउत ने 1992 में जनरल मेडिसिन में स्नातक की उपाधि प्राप्त की। सदानंद ने आदिवासी बहुल पहाड़ी शहर के पास एक गाँव नारायणगाँव में अभ्यास करना शुरू किया। उन्होंने उस क्षेत्र को शहर में समुदाय की सेवा के लिए चुना। दंपति को जीवन में अपना उद्देश्य तब मिला जब एक युवा लड़की को उनके अस्पताल लाया गया।
एक दिन, उसके दोस्त के खेत में काम करने वाले ने उसे फोन किया और बताया कि उसकी बेटी को कोबरा ने काट लिया है। वहाँ उन्हें बहुत दर्द हो रहा था। उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। डॉक्टर ने दंपति को बच्चे को तुरंत अस्पताल ले जाने के लिए कहा। जब तक उसे अस्पताल ले जाया गया, तब तक बच्चे की मौत हो चुकी थी। वह केवल आठ साल की थी। Snake Bite
घटना से व्यथित, डॉ. सदानंद ने फैसला किया कि वह गाँव में किसी को भी सांप के काटने से मरने नहीं देंगे। सर्पदंश के मूल कारणों पर शोध करने के बाद, उन्होंने पाया कि उस क्षेत्र के लोग पूरे वर्ष सोयाबीन, मूंगफली और गन्ना जैसी फसलों की खेती करते थे। Snake Bite
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इसके कारण उन्हें अक्सर सांपों का सामना करना पड़ता है। भारत में लगभग 90 प्रतिशत सांपों के काटने में चार प्रकार के जहर होते हैं। इनमें आम क्रेट, भारतीय कोबरा, रसेल वाइपर और सॉ स्केल्ड वाइपर शामिल हैं। यदि एंटी-वेनम देने में देरी होती है, तो संभावना है कि सांप के काटने से अंग को गंभीर नुकसान हो सकता है। इससे मौत हो जाती है।
जब सांप काटता ( Snake Bite ) है तो क्या करें और क्या न करें?
डॉ. सदानंद के अनुसार, यदि सांप के काटने का संदेह हो तो रोगी को जल्द से जल्द अस्पताल लाया जाना चाहिए। अस्पताल आने से पहले परिवार को केंद्र में डॉक्टर और एंटीवेनम की उपलब्धता की जांच करनी चाहिए। उन्हें क्वैक में जाकर समय बर्बाद नहीं करना चाहिए। उन्हें उस क्षेत्र को काटना या बांधना भी नहीं चाहिए। साँप द्वारा काटे जाने पर व्यक्ति घबराने लगता है।
इससे हाई ब्लड प्रेशर का खतरा बढ़ जाता है। परिवार को व्यक्ति को आश्वस्त करना चाहिए कि उन्हें चिंता करने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि समय पर उपचार से उनकी जान बच जाएगी। इसके अलावा, व्यक्ति को न चलना चाहिए और न ही भागना चाहिए। इसका कारण यह है कि रक्त हृदय और मस्तिष्क में प्रवाहित होगा। रोगी को पार्श्व स्थिति में सुरक्षित रूप से अस्पताल में स्थानांतरित किया जाना चाहिए।