अपार कार्ड: नई शिक्षा नीति के तहत अब गैर सरकारी और सरकारी स्कूलों में छात्रों को स्वचालित स्थायी शैक्षणिक खाता रजिस्ट्री यूनिक आईडी बनाने का निर्देश दिया गया है। इससे सरकारी और निजी स्कूलों के कक्षा 1 से 12वीं तक के विद्यार्थियों को फायदा होगा।
जिस तरह से वन नेशन वन आईडी की बात की जा रही है. ऐसे में अब सरकार लगातार स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को ईद दिलाने की योजना पर काम कर रही है. इसके तहत स्कूली बच्चों को पहचान संख्या के तहत अपर कार्ड जारी किया जाएगा।
स्कूली बच्चों के लिए अप्पार आईडी
दरअसल, प्राइमरी से लेकर इंटर तक के स्कूलों के बच्चों के लिए एक भारतीय आईडी लिंक की जाएगी। जिसे आधार कार्ड से लिंक किया जाएगा. अपार यूनिक कार्ड में छात्रों की शैक्षणिक उपलब्धि का पूरा ब्यौरा होगा।
देश में कहीं भी एक क्लिक पर विद्यार्थी का सारा विवरण कंप्यूटर स्क्रीन पर देखा जा सकेगा। अपार कार्ड बनाने से पहले बच्चों के माता-पिता और उनके परिवार के सदस्यों से अनुमोदन लिया जाएगा। इसमें बच्चे का नाम, पिता का नाम, जन्म तिथि, फोटो, आधार नंबर और अन्य विवरण शामिल होंगे।
बहुत लाभ होगा
इस आईडी कार्ड के बनने के बाद छात्रों को खेल गतिविधियों, पाठ्येतर गतिविधियों और शैक्षणिक गतिविधियों के साथ-साथ सभी प्रकार की योजनाओं से जोड़ा जाएगा। इन सबके अलावा छात्रों को छात्रवृत्ति, शिक्षा ऋण, पुरस्कार, सरकारी योजनाओं का लाभ भी आसानी से मिलेगा।