किताबों का अनंत ‘आकाश’

भिलाई: इनसे मिलिए ये हैं आकाश माहेश्वरी जी। आकाश जी प्रकाशक हैं। सरस्वती प्रकाशन के बैनर पर खूब शानदार, जानदार और पठनीय किताबें प्रकाशित कर रहे हैं। हम सब ये जानकर खुश हैं कि सरस्वती प्रकाशन मूलतः छत्तीसगढ़ की अस्मिता से जुड़ा है क्योंकि इसका मुख्यालय भिलाई है और किताबों के ज्यादातर विषय छत्तीसगढ़ के संदर्भ में ध्यान में रखकर तय किये जाते हैं। आकाश जी मूलतः बालोद के हैं। उन्होंने दिल्ली से अनुभव जरूर लिया, लेकिन अपनी कर्मस्थली अपने प्रदेश को बनाया। इसके लिए उनके जानने वालों ने उपहास भी किया, लेकिन वे अपने इरादों से डिगे नहीं।
आकाश जी हवा के उस झोंके की तरह हैं, जो ताज़ी-ताज़ी महक लेकर आया हो। महक भी कैसी, सौंधी मिट्टी के जैसी। आकाश जी ने जो किताबें मुझे भेंट की। उसमें ज्यादातर छत्तीसगढ़ की विषय वस्तु वाली है। यहां की संस्कृति, यहां के पर्व, यहां की कहानियां, बस्तर की जनजातियां, छत्तीसगढ़ी व्याकरण, पर्यटन, यहाँ के नायकों पर आधारित गाथाएं… इनमें से श्री हरिहर वैष्णव जी की एक किताब, जो कि छत्तीसगढ़ की लोक व मिथक कथाओं पर आधारित है, उसके कुछ अंश जल्द पढ़कर भी सुनाऊँगी।
फिलहाल तो सरस्वती प्रकाशन की किताबों को देखकर मुग्ध हूँ। आशीष जी के प्रयासों को देखकर ह्दय से उनके लिए आशीर्वाद दे रही हूँ। क्योंकि उनका साहित्य के जरिए छत्तीसगढ़ की सेवा प्रयास सार्थक हो, इसके लिए उन्हें ऊर्जा और सहयोग दोनों की आवश्यकता है।
सरस्वती प्रकाशन की कुछ पुस्तकें आप भी मंगवाकर पढ़िए। आप सरस्वती प्रकाशन से किताबें छपवाने के लिए भी सम्पर्क कर सकते हैं। इसके लिए आप आकाश माहेश्वरी जी से 8818896188 पर बात कर सकते हैं।